पंकज आत्रेय & कैथल 9671716544 ज्यों-ज्यों शहर का विकास बढ़ रहा है, आबादी में भी वृद्धि होती जा रही है। पिछले कुछ...
पंकज आत्रेय & कैथल
९६७१७१६५४४
ज्यों-ज्यों शहर का विकास बढ़ रहा है, आबादी में भी वृद्धि होती जा रही है। पिछले कुछ दशकों में जनसंख्या वृद्धि का आंकड़ा जांचा जाए तो पता चलता है कि दस साल में शहर की आबादी औसतन ५५ प्रतिशत बढ़ गई है। आने वाले दशकों में भी जनसंख्या वृद्धि की यही दर रहेगी। देखते-देखते शहर की जनसंख्या २०२५ में मौजूदा जनसंख्या से दोगुनी हो जाएगी।
जिला नगर योजनाकार का पॉपुलेशन प्रोजेक्शन भी यही कह रहा है। इस प्रोजेक्शन के मुताबिक शहर की मौजूदा जनसंख्या एक लाख ७५ हजार के करीब है और
वर्ष २०२५ में यह तीन लाख 50 हजार हो जाएगी। इस आबादी के अनुपात के हिसाब से शहर को विकास के लिए २९३९ हेक्टेयर
जमीन की जरूरत पड़ेगी। १२० व्यक्ति प्रति हेक्टेयर के हिसाब से शहर बसाने की
योजना है।
यूं बढ़ा शहर
डीटीपी प्रोजेक्शन के अनुसार १९८१-९१ के दौरान शहर की जनसंख्या में २१.८५ प्रतिशत वृद्धि हुई। वर्ष १९८९ पहले कैथल-कुरुक्षेत्र जिले का एक सब डिवीजन मात्र था। वर्ष १९८९ में कैथल को अलग जिला घोषित कर दिया। इसके बाद शहर ने बेतहाशा वृद्धि की। यह वृद्धि सिर्फ जन्म दर से नहीं बल्कि बाहर से आकर यहां बसने वाले लोगों के कारण भी मानी जाती है। वर्ष १९९१-२००१ के दशक में ६५ प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह प्रशासनिक ढांचा स्थापित होने, शूगर मिल लग जाने, आसपास के गांवों से लोगों के यहां आकर रहने, नौकरी के अवसर उपलब्ध होने और हुडा के सेक्टर कटने के
कारण हुआ।
जमीन की जरूरत
सहायक जिला नगर योजनाकर मोहन सिंह ने बताया कि इस पॉपुलेशन प्रोजेक्शन के अनुसार २०२५ में शहर की आबादी साढ़े तीन लाख तक पहुंच जाएगी। २०११-२१ के दशक में जितनी आबादी बढ़ेगी, उतनी ही आबादी वर्ष २०२१-२५ के दौरान बढऩे का अनुमान है। इस आबादी के लिहाज से शहर में जमीनी विस्तार भी करना पड़ेगा। इस जमीनी
विस्तार के लिए शहर को २९३९ हेक्टेयर की
जरूरत पड़ेगी। साढ़े तीन लाख जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए १२० व्यक्ति प्रति हेक्टेयर जमीन की जरूरत है।
यूं होगा जमीन का वर्गीकरण
आवासीय प्रयोग
नगर परिषद की हद में ५०५ हेक्टेयर, प्रस्तावित विस्तार हद में ८३८, नियंत्रित एरिया में ८५, कुल-१४२४ हेक्टेयर
कमर्शियल
नगर परिषद की हद में ८५ हेक्टेयर, प्रस्तावित विस्तार हद में १४४, कुल -२२९ हेक्टेयर
उद्योग
प्रस्तावित विस्तार नप की हद में २१६, नियंत्रित एरिया में ८७, कुल- ३०३ हेक्टेयर
पब्लिक एंड सेमी पब्लिक प्रयेाग
नगर परिषद की हद में ३० हेक्टेयर, प्रस्तावित विस्तार हद में ६२, नियंत्रित एरिया में ७५, कुल -१६७ हेक्टेयर
ट्रांसपोर्ट एंड कम्यूनिकेशन जोन
नगर परिषद की हद में ६० हेक्टेयर, प्रस्तावित विस्तार हद में २६६, नियंत्रित एरिया में १९, कुल - ३४५ हेक्टेयर
पब्लिक यूटिलिटी
नगर परिषद की हद में १८ हेक्टेयर, प्रस्तावित विस्तार हद में ९२, नियंत्रित एरिया में ५१, कुल -१६१ हेक्टेयर
ओपन स्पेस
नगर परिषद की हद में १४२ हेक्टेयर, प्रस्तावित विस्तार हद में १३७, नियंत्रित एरिया में ४१, कुल- ३२० हेक्टेयर, सब कुल योग - २९३९
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